कौशांबी मंझनपुर तहसील के अंतर्गत म्योहर गांव में दोनों पैर से विकलांग सीमा देवी पुत्री राम लाल सरोज सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए अधिकारियों की चौखट पर दौड़ रही है लेकिन सीमा देवी को किसी प्रकार की सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है सीमा देवी जन्म से ही विकलांग है
सीमा देवी की उम्र लगभग 20 वर्ष होगी विकलांग होने के बाद भी सीमा देवी का हौसला कम नहीं हुआ और लगातार अधिकारियों के चौखट पर योजनाओं का लाभ लेने के लिए फरियाद करती रही लेकिन अधिकारी पारदर्शी तरीके से योजनाओं के संचालन की बात करने के बाद दोनो पैर से विकलांग महिला को योजना का लाभ नहीं दे सके हैं मौजूदा सरकार डंका पीटती है कि हमने पूरे हिंदुस्तान में गरीब किसान दिव्यांगजन के लिए कई योजनाएं चलाई है सरकार के सांसद विधायक सरकारी योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की बड़ी-बड़ी बात बड़े-बड़े मंच से कर सीना चौड़ा कर लेते हैं लेकिन आज तक विकलांग सीमा देवी को सरकार के द्वारा संचालित किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है विकलांग सीमा देवी का आज तक न ही आयुष्मान कार्ड बना है और न ही कालोनी दिया गया न ही शौचालय दिया गया और न ही हर घर जल के तहत पानी की कोई सुविधा प्रदान किया गया है यह कैसी विडंबना है
सरकार के द्वारा पारित किए गए कानून का उलंघन करके एक गरीब असहाय विकलांग को किसी ने कोई सुविधा नहीं प्रदान किया जिससे सरकार की योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की हकीकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार कितना लोगो का भला कर रही है ऐसे कितने लोग कौशांबी में पड़े है जो सरकार के लाभ से वंचित है