65-Year-Old Blind Man from Kaushambi Still Denied Government Aid After Two Decades of Appeals

कौशांबी विकास खण्ड मंझनपुर के अंतर्गत दीवर गांव का दोनों आँख से अंधा गरीब दास चौरसिया पुत्र पीतम्बर लाल चौरसिया सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए बीते 20 वर्षों से अधिकारियों की चौखट पर दौड़ रहा है लेकिन उसके बाद सूरदास को किसी प्रकार का सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सका है बचपन से जन्म जाति अंधे लगभग 65 वर्ष उम्र हो जाने के बाद इन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका है अंधे होने के बाद इनका हौसला कम नहीं हुआ और लगातार अधिकारियों के चौखट पर योजनाओं का लाभ लेने के लिए फरियाद करते रहे लेकिन अधिकारी पारदर्शी तरीके से योजनाओं के संचालन की बात करने के बाद दोनों आंख से अंधे व्यक्ति को योजना का लाभ नहीं दे सके हैं मौजूदा सरकार डंका पीटती है कि हमने पूरे हिंदुस्तान में गरीब किसान दिव्यांगजन के लिए कई योजनाएं चलाई है सरकार के सांसद विधायक सरकारी योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की बड़ी-बड़ी बात बड़े-बड़े मंच से कर सीना चौड़ा कर लेते हैं लेकिन आज तक अंधे गरीब दास चौरसिया को सरकार के द्वारा संचालित किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है अंधे गरीब दास चौरसिया का आज तक न ही आयुष्मान कार्ड बना है और  न ही कालोनी दिया गया न ही शौचालय दिया गया यह कैसी विडंबना है कि उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद के गृह जनपद में लोग सरकार के द्वारा पारित किए गए कानून का उलंघन करके एक गरीब असहाय अंधे को किसी ने कोई सुविधा नहीं प्रदान किया जिससे सरकार की योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की हकीकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार कितना लोगो का भला कर रही है ऐसे कितने लोग कौशांबी में पड़े है जो सरकार के लाभ से वंचित हो चुके है

 

65-Year-Old Blind Man from Kaushambi Still Denied Government Aid After Two Decades of Appeals
ByHindustan Breaking News
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कौशांबी विकास खण्ड मंझनपुर के अंतर्गत दीवर गांव का दोनों आँख से अंधा गरीब दास चौरसिया पुत्र पीतम्बर लाल चौरसिया सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए बीते 20 वर्षों से अधिकारियों की चौखट पर दौड़ रहा है लेकिन उसके बाद सूरदास को किसी प्रकार का सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सका है बचपन से जन्म जाति अंधे लगभग 65 वर्ष उम्र हो जाने के बाद इन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका है अंधे होने के बाद इनका हौसला कम नहीं हुआ और लगातार अधिकारियों के चौखट पर योजनाओं का लाभ लेने के लिए फरियाद करते रहे लेकिन अधिकारी पारदर्शी तरीके से योजनाओं के संचालन की बात करने के बाद दोनों आंख से अंधे व्यक्ति को योजना का लाभ नहीं दे सके हैं मौजूदा सरकार डंका पीटती है कि हमने पूरे हिंदुस्तान में गरीब किसान दिव्यांगजन के लिए कई योजनाएं चलाई है सरकार के सांसद विधायक सरकारी योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की बड़ी-बड़ी बात बड़े-बड़े मंच से कर सीना चौड़ा कर लेते हैं लेकिन आज तक अंधे गरीब दास चौरसिया को सरकार के द्वारा संचालित किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है अंधे गरीब दास चौरसिया का आज तक न ही आयुष्मान कार्ड बना है और  न ही कालोनी दिया गया न ही शौचालय दिया गया यह कैसी विडंबना है कि उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद के गृह जनपद में लोग सरकार के द्वारा पारित किए गए कानून का उलंघन करके एक गरीब असहाय अंधे को किसी ने कोई सुविधा नहीं प्रदान किया जिससे सरकार की योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की हकीकत का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार कितना लोगो का भला कर रही है ऐसे कितने लोग कौशांबी में पड़े है जो सरकार के लाभ से वंचित हो चुके है