माया देवी का छप्पर डाल कर अपना गुजर बसर कर रही माया देवी

कौशांबी जिला मंझनपुर छेत्र  अंतर्गत कोतारी पश्चिम गांव के माया देवी पुत्री मोहन लाल चौरसिया जो बचपन से जन्म जाति गूंगी और बहरी जिसकी उम्र लगभग 35 वर्ष होगी माया देवी को सरकारी योजनाओं का कोई लाभ न मिलने के कारण गांव के पड़ोसी लोग थोड़ा बहुत खाने पीने के लिए दे दिया करते है माया देवी का छप्पर डाल कर अपना गुजर बसर कर रही माया देवी को किसी भी प्रकार की कोई सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है न तो उसके पास खेती है और न ही सरकार के द्वारा लागू की गई सुविधाएं मिलती है सरकार डंका पीटती है की हमने पूरे हिंदुस्तान में गरीब किसान के लिए कई योजनाएं चलाई है सरकार के सांसद विधायक सरकारी योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की बड़ी-बड़ी बात करते हैं लेकिन माया देवी जैसे गरीब और  असहाय को कोई पूछने वाला नहीं है माया देवी का न तो आयुष्मान कार्ड बना है और न ही  कालोनी दिया गया न ही शौचालय दिया गया और न ही ग्राम प्रधान और कोटेदार के द्वारा पांच किलो  राशन दिया जाता भारत देश को विकसित देश बनाने की बात मंच के माध्यम से किया जाता है लेकिन जब गरीब और बे सहारा की बात किया जाय तो कोई सुनने वाला नहीं है कौशांबी जिला में ऐसे कई गरीब परिवार है जिन्हे कोई पूछता तक नहीं है

माया देवी का छप्पर डाल कर अपना गुजर बसर कर रही माया देवी
ByHindustan Breaking News
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कौशांबी जिला मंझनपुर छेत्र  अंतर्गत कोतारी पश्चिम गांव के माया देवी पुत्री मोहन लाल चौरसिया जो बचपन से जन्म जाति गूंगी और बहरी जिसकी उम्र लगभग 35 वर्ष होगी माया देवी को सरकारी योजनाओं का कोई लाभ न मिलने के कारण गांव के पड़ोसी लोग थोड़ा बहुत खाने पीने के लिए दे दिया करते है माया देवी का छप्पर डाल कर अपना गुजर बसर कर रही माया देवी को किसी भी प्रकार की कोई सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है न तो उसके पास खेती है और न ही सरकार के द्वारा लागू की गई सुविधाएं मिलती है सरकार डंका पीटती है की हमने पूरे हिंदुस्तान में गरीब किसान के लिए कई योजनाएं चलाई है सरकार के सांसद विधायक सरकारी योजनाओं के पारदर्शी तरीके से लागू होने की बड़ी-बड़ी बात करते हैं लेकिन माया देवी जैसे गरीब और  असहाय को कोई पूछने वाला नहीं है माया देवी का न तो आयुष्मान कार्ड बना है और न ही  कालोनी दिया गया न ही शौचालय दिया गया और न ही ग्राम प्रधान और कोटेदार के द्वारा पांच किलो  राशन दिया जाता भारत देश को विकसित देश बनाने की बात मंच के माध्यम से किया जाता है लेकिन जब गरीब और बे सहारा की बात किया जाय तो कोई सुनने वाला नहीं है कौशांबी जिला में ऐसे कई गरीब परिवार है जिन्हे कोई पूछता तक नहीं है